The 5-Second Trick For treatment of piles in female

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बवासीर के लिए कौन-कौन से घरेलू उपाय सबसे प्रभावी हैं?

भारत में पाइल्स सर्जरी की लागत कई कारकों के आधार पर अलग-अलग हो सकती है, जिसमें सर्जरी के प्रकार, अस्पताल या क्लिनिक जहां प्रक्रिया की जाती है, और स्थान शामिल है। यहां विभिन्न प्रकार की पाइल्स सर्जरी की लागत को दर्शाने वाली तालिका दी गई है:

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भारी सामान उठाने से बचें : भारी सामान उठाने से भी गुदा और मलाशय के आसपास की नसों पर दबाव पड़ सकता है, जिसके परिणामस्वरूप बवासीर होने की संभावना बढ़ जाती है। उचित तकनीक का प्रयोग करें और बहुत भारी वस्तुओं को उठाने से बचें।

यदि घरेलू उपचार और नुस्खे वाली दवाओं से बवासीर में सुधार नहीं होता है, तो बवासीर के लिए निम्नलिखित गैर-सर्जिकल उपचार विधियों पर विचार किया जा सकता है:

शरीर को डिटॉक्स करने के लिए सप्ताह में एक बार व्रत करें।

गुदा के आस-पास खुजली, एवं लालीपन, व सूजन रहना।

अगर आपको मल त्याग के दौरान खून आता है, तो किसी डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।

गुदा या मलाशय में संक्रमण : गुदा या मलाशय क्षेत्र में संक्रमण से सूजन हो सकती है, जिससे बवासीर होने की संभावना बढ़ जाती है।

डॉक्टर बटलर: जलन, खुजली, ब्लीडिंग को कम करने में मदद करता है।

बाथरूम में फोन का इस्तेमाल नहीं करना : लोग अपने फोन को बाथरूम में ले जाते हैं, और इस आदत को शौचालय पर समय बढ़ाने और गुदा क्षेत्र पर दबाव बढ़ने और शौच के दौरान तनाव के लिए जिम्मेदार ठहराया जाता है।

कुछ व्यक्तियों को अपने रोजगार की वजह से घंटे खड़े रहना पड़ता है, जैसे- बस कंडक्टर, ट्रॉफिक पुलिस इत्यादि। इसके साथ ही जिन्हें भारी वजन उठाना पड़ता है। इन लोगों को बवासीर से पीड़ित होने की अधिक संभावना रहती है। 

स्क्लेरोथेरेपी : यहाँ सर्जन बवासीर में स्क्लेरोसेंट नामक तरल इंजेक्ट करता है, जिससे रक्त की आपूर्ति कम हो जाती है और बवासीर सिकुड़ जाती है।

कब्ज भी बवासीर का एक प्रमुख website कारण है। कब्ज में मल सूखा एवं कठोर होता है, जिसकी वजह से व्यक्ति को मलत्याग करने में कठिनाई होती है। काफी देर तक उकड़ू बैठे रहना पड़ता है। इस कारण से वहां की रक्तवाहिनियों पर जोर पड़ता है, और वह फूलकर लटक जाती है, जिन्हें मस्सा कहा जाता है।

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